Bone Fracture and its type

 

 

दोस्तों हड्डी टूटने को medical भाषा मे bone fracture कहा जाता है। दोस्तों यह एक medical condition है और यह तब होती है जब शरीर की किसी हड्डी या उसकी बनावट मे crack  पर जाती है और वह टूट या कट जाती है।

दोस्तों ज़्यादातर bone मे fracture हड्डियों पर excess pressure या stress परने से होता है। इसके अलावा कुछ और medical condition भी है, जो bone को week बनाती है, और उनके टूटने का कारण बनती है।osteoporosis कुछ प्रकार के cancer,या osteogenesis imperfect जैसे medical condition मे bone weak हो जाती है।

दोस्तों आइये अब ये जानते हैं की हड्डियों मे fracture क्यू होता है।

दोस्तों वैसे तो हमारी bone काफी मजबूत होती है और यह इस तरह से design होती है की गिरने या accident जैसी situation मे यह pressure झेल लेती है। पर age बढ्ने के साथ साथ bone weak हो जाती है और अधिक दबाब नहीं झेल पाती जिससे bone मे fracture हो जाती है।

इसके अलावा चोट लगने के कारण, किसी ऊंचाई से गिरने के कारण या osteoporosis भी bone fracture का कारण हो सकता है।

 

दोस्तों bone में फ्रैक्चर होने के कई तरीके है, जैसे वह हड्डी का टूटना जिससे आसपास की skin और टिश्यू को कोई नुकसान नहीं पहुँचता वह फ्रैक्चर Closed Fracture कहलाता है और जिस फ्रैक्चर से त्वचा और आसपास की टिश्यू को भी गंभीर नुकसान पहुँचता है वह Compound Fracture या Open Fracture कहलाता है।

कंपाउंड फ्रैक्चर सिंपल फ्रैक्चर से ज्यादा serious और खतरनाक होते है।

इसके अलावा कई और type के bone fracture हो सकते हैं जैसे की सिम्पल fracture जिसमे शरीर की कोई हड्डी 2 टुकड़ो मे टूट जाती है, वहीं spiral fracture मे किसी object या machine के कारण bone मे घुमाव आ जाता है।

Compression fracture तब होता है जब bones किसी दबाब या बल के प्रभाव मे आकार crush हो जाए।

दोस्तों Comminuted fracture किसी प्रकार के accident या चोट लगने के कारण होती है इस तरह के fracture मे bone 3 या उससे अधिक भागो मे टूट जाती है।

Greenstick fracture आमतौर पर बच्चो मे होता है यह fracture तब होता है जब किसी प्रकार की दबाब के कारण हड्डी एक तरफ से मुड़ती है और उसके कारण से दूसरे तरफ से टूट जाती है।

Avulsion fracture तब होता है जब किसी हड्डी के खिचे जाने से हड्डी से जुड़े tendons और ligaments हड्डी से अलग हो जाए या उसमे टूट फुट हो जाए।

दोस्तों Impacted fracture मे bone का एक टुकड़ा दूसरी हड्डी के अंदर चला जाता है।

Intraarticular fracture मे joint की सतह पर fracture आ जाता है। तो वहीं dislocation टाइप ऑफ fracture मे bone का joints dislocate हो जाता है और उसमे से ही एक bone मे fracture हो जाता है।

दोस्तों हड्डी मे fracture के लक्षण व संकेत patient के age health चोट की गंभीरता के अनुसार दिखाई देते है।

दोस्तों अगर आपकी हड्डी मे fracture है तो आपको हड्डी या उसके आस पास की जगह मे काफी दर्द महसूस हो सकता है, और साथ ही सूजन भी आ सकती है।

दोस्तों अगर आपके हाथों या पैरों की किसी हड्डी मे fracture हुआ है तो वह अंग किसी एक तरफ असमान्य रूप से मुड़ा हुआ दिखाई दे सकता है। fracture वाली हड्डी की ऊपरी स्किन नीली हो सकती है और blood भी निकाल सकता है। अगर compound fracture है तो हड्डी का कोई टुकड़ा skin से बाहर निकला हुआ दिखाई दे सकता है और वाहा एक बरा घाव बन सकता है। 

दोस्तों bones को healthy रखने के लिए आपको calcium और vitamin D युक्त खाना खाना चाहिए calcium के लिए आप दूध दही पनीर अंडा और हरी पत्तीदार सब्जी ले सकते हैं।

और हर उम्र के लोगो के लिए यह भी जरूरी है की आप regular healthy activity को maintain रखे और इसके लिए आप walking , dancing, jumping और other exercise कर सकते हैं।  

दोस्तों उम्मीद करता हूँ इस video मे दी गई सारी जानकारी आपको समझ मे आ गई होगी।

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Rh Incompatibility

                         Rh Incompatibility in pregnancy

दोस्तों शादी से पहले हम कई तरह की प्‍लानिंग और एडजेस्‍टमेंट करते हैं. हम कुंडल‍ियां म‍िलाते हैं और ये जानने की कोश‍िश करते हैं कि लड़का-लड़की के गुण मिल रहे हैं या नहीं. लेकिन हम उन मेडिकल चीजों को पूरी तरह से नजरअंदाज कर देते हैं जो हमारे और होने वाले पार्टनर के भव‍िष्‍य के लिए बेहद जरूरी हैं.

जी हाँ इन्‍हीं में से एक चीज है अपने पार्टनर का ब्‍लड टाइप जानना क्‍योंकि इसका सीधा संबंध आपके हाने वाले बच्‍चे से है.

दोस्तों आपको अपने पार्टनर के ABO और Rh ब्‍लड टाइप के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए. जहां ABO का मतलब अलग-अलग ब्‍लड ग्रुप यानी कि A,B,O और AB से है वहीं Rh एक ऐसा कम्‍पाउंड है जो आपके रेड ब्‍लड सेल में मौजूद हो भी सकता है और नहीं भी.

जिन लोगों में Rh कम्‍पाउंड होता है उन्‍हें Rh पॉजिटिव कहते हैं, जबकि जिनमें नहीं होता है उन्‍हें Rh नेगेटिव कहा जाता है

RH factor एक inherited protein है इसीलिए RH –ve या RH +ve होना आपके parents द्वारा निर्धारित किया जाता है।

 

 

 

दोस्तों ऐसा ज़रूरी नहीं कि आपका और आपके partner का ब्लड ग्रुप same है, तो आपकी शादीशुदा ज़िंदगी में किसी तरह की कोई समस्या हो.

RH positive या negative होना आमतौर पर आपके health को effect नहीं करता लेकिन हा ये आपके pregnancy को जरूर effect कर सकता है।

दोस्तों कुछ cases में, यदि महिलाओं का ब्लड ग्रुप ‘आरएच’ निगेटिव है और पति का आरएच पॉज़िटिव तो  विशेष रूप से पहली प्रेग्नेंसी के बाद कुछ समस्या हो सकती है.

यदि  मां Rh- है और बच्चा Rh+ है तो Rh factor  चिंता का विषय हो सकता है। एक RH + बच्चे की blood cells  अपनी RH -ve मां के blood stream को पार कर mother के immune response को trigger कर सकता हैं।

बच्चे के Rh+  RBC  पर हमला करने के लिए माँ का शरीर एंटीबॉडी बना सकता है। और अगली प्रेग्नेंसी में ये एंटीबॉडीज़ मां के शरीर से बच्चे में पास हो सकती हैं और उसके ब्लड सेल्स को नष्ट कर सकती हैं, जिससे बच्चे के विकास में बाधा आ सकती है और उसकी जान को ख़तरा भी हो सकता है.

Rh incompatibility के वजह से आपके बच्चे मे एक गंभीर प्रकार का anemia हो सकता है।

 

दोस्तों माँ का bloodबच्चे का blood आमतौर पर pregnancy के दौरान mixed नहीं होता है, पर बच्चे के blood  और माँ का blood की न्यूनतम मात्रा delivery  के दौरान एक दूसरे के संपर्क में आ सकती है। जिसके कारण ये एंटीबॉडी पहली pregnancy के दौरान तो Rh+ बच्चे को harm नहीं करेगा , लेकिन अगर फिर से दूसरी pregnancy होती है और एक और बच्चा आरएच+ होता है, तो ये antibody आपके बच्चे को harm पाहुचा सकता है।

दोस्तों आइये अब ये जानते हैं की rh incompatibility का इलाज कैसे किया जाता है।

दोस्तों यदि एक pregnant women में rh incompatibility होती है, तो डॉक्टर द्वारा उसे उसकी पहली pregnancy  के दौरान 2 Rh immune-globulin shots दिया जाता है।

पहला shot pregnancy के 28 वे सप्ताह के आसपास दिया जाता है जबकि दूसरा shot बच्चे के जन्म होने के 72 घंटे के भीतर दिया जाता है।

दोस्तों यह Rh इम्यून-ग्लोब्युलिन,वैक्सीन की तरह काम करता है। और यह मां के शरीर को कोई भी आरएच एंटीबॉडी बनाने से रोकता है ।

दोस्तों यदि एक female में पहले से ही आरएच एंटीबॉडी विकसित हो चुकी है, तो उसकी pregnancy  को closely watch किया जाता है ताकि इस antibody का level बहुत अधिक ना पहुंचे

Rare case में, यदि यह rh incompatibility severe है तो बच्चे को जन्म से पहले या delivery के बाद विशेष blood transfusion किया जाता है। जिसे exchange transfusion कहते है।

यह exchange transfusion बच्चे के blood को rh negative blood से बदल देता है। यह Red blood cells के level को stabilize करता है और पहले से ही बच्चे के blood stream में आरएच एंटीबॉडी से होने वाले नुकसान को कम करता है।