जैसे खाना खाना हमारी जरूरत है वैसे ही पानी पीना हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। पानी पीने से हम अपने शरीर को कई बीमारियो से बचाते है। आमतौर पर पानी तो हमे बहुत पीना चाहिए पर क्या गर्भावस्था के दौरान हमे पानी पीना चाहिए। अगर हाँ तो कितना और कब पीना चाहिए? यह सवाल हर गर्भवती के मन में होता है, तो आइये जाने हमे गर्भावस्था के समय कब और कितना पानी पीना (Drinking Water During Pregnancy) चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान पानी पीने के क्या लाभ है (Benefits of Drinking Water During Pregnancy)
#1. गर्भावस्था के दौरान पानी पीना बहुत ही जरूरी है क्योंकि अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो हमे कई प्रकार की परेशानी हो सकती है जैसे की सिर दर्द, मिचली, मरोड़, हाथ-पैर सूजना (ऑडेमा) और चक्कर आना, डिहाइड्रेशन, सामान्य प्रसव के समय बच्चे की जान का खतरा होना।
#2. गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर में बहुत से बदलाव होते है जिसको पूरा करने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता पड़ती है। पानी की आवश्यकता 3 महीने के बाद से अधिक होती है क्योंकि पानी की कमी (प्रेगनेंसी में पानी की कमी) से संकुचन शुरू हो सकते हैं और समय से पहले प्रसव का दर्द उठ सकता है।
#3. गर्भावस्था के समय हर महिला को कम से कम एक दिन में 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। ये स्वस्थ रक्त कोशिकाओं को सही और शरीर को जल नियोजित और तरल रखने के लिए जरूरी है।
#4. गर्भवती महिलाओ के शरीर में पानी की कमी (pani ki kami in pregnancy in hindi) का पता करने का एक तरीका है मूत्र के रंग की जांच करना। पानी की कमी से मूत्र का रंग हल्के पीले से ज्यादा गहरा पीला दिखने लगता है, इसलिए जरूरी हैं हम ज्यादा पानी पिये।
#5. पानी की कमी होने से मुत्र मार्ग में संक्रमण के होने का भी डर होता है जो गर्भावस्था के दौरान होना आम सी बात है। इसलिए जितना हो सके उतना पानी पीना चाहिए।
#6. पानी गर्भवती महिला के शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है खास कर जब वो महिला गर्मी में गर्भवती हो। अगर आप गर्मियों के दिनो में गर्भवती है तो पानी पीना बहुत आवश्यक है क्योंकि गर्मी के दिन पसीना आने से द्रव्य निकल जाता है जिसकी पूर्ति जरूरी है।
#7. गर्भ में नो महीने शिशु amniotic fluid की थैली में रहता हैं जो की फ्लुइड पानी से बनता है और बच्चे के शरीर में जो भोजन का रस जाता है वो पानी के द्वारा ही जाता है इसलिए पानी पीना बहुत ही जरूरी है। गर्भावस्था में अम्निओटिक एसिड कितना होना चाहिए इसका जानकारी डॉक्टर से अवश्य प्राप्त करें।
गर्भावस्था के दौरान पानी कब और कितना पीना चाहिए (How Much Water Should Drink In Pregnancy)
- गर्भावस्था के समय हर महिला को कम से कम एक दिन में 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए।
- सुबह में एक गिलास गुनगुना पानी जरूर पिये।
- अगर आप व्यायाम कर रही है तो इसमे एक गिलास पानी की मात्रा और जोड़ लेनी चाहिए।
- खाना खाने के आधा घंटा पहले व बाद में पानी पीना चाहिए।
- एक साथ ज्यादा पानी नहीं पीना चाहिए। धीरे-धीरे पानी पिये और या फिर थोड़ी-थोड़ी देर पर थोड़ा पानी पिये।
- अगर आपको पानी कम पीना पसंद है तो आप फलो के रस का भी सेवन कर सकती है
लेकिन ध्यान रखने की जरूरत है कि उसमे कितनी कैलोरी है। आप इसमे नींबू का
एक टुकड़ा या पुदीने की पत्ती भी थोड़ी देर के लिए छोड़ सकती है जिससे स्वाद
अच्छा हो जाए। इलाइची, सौंफ, धनिया या अदरक का भी स्वाद ले सकती है लेकिन
बस थोड़ा सा
गर्भावस्था के दौरान पानी पीते वक्त कुछ सावधानियां (Precaution While Drinking Water During Pregnancy)
- अगर आपके घर में फ़िल्टर नहीं है तो पानी उबालकर ही पिये। जिससे आप बेकटेरियल इन्फ़ैकशन से बची रहेगी।
- अगर आप बाहर जा रही हैं या फिर किसी होटल में तो सिर्फ सील हुआ या पानी की बोतल खरीदकर ही पानी पिये। और ये जरूर देख ले कि पानी की पैकिंग कब की है और कब तक इसे इस्तेमाल कर सकती है।
- कॉफी, कोला और चाय में कैफीन अधिक मात्रा में होती है जो की मूत्रवर्धक है। इसे अपने तरल पदार्थ का हिस्सा न माने। कैफीन से मुक्त नारियल पानी, नींबू पानी, लस्सी, छाछ, मिल्क शेक और जलजीरा का पानी भी ले सकती है।
- अगर आपको बर्फ वाला पानी पीना पसंद है तो बर्फ घर में ही जमाये। बाहर से बर्फ न मँगवाए। क्योंकि बाहर के बर्फ में दूषित पदार्थ हो सकते है। जिससे आपको और आपके बच्चे को परेशानी हो सकती है।
- सोडा युक्त पानी या गैस युक्त पानी पीने से जलन, गैस और अम्लता बढ़ती है।
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